- किताबें भी बिल्कुल मेरी तरह है ,
अल्फाजो से भरपूर मगर खामोश है। - kitaaben bhee bilkul meree tarah hai ,
alphaajo se bharapoor magar khaamosh hai.......
- उन्होंने वक्त समझकर गुजार दिया हमको,
...................और हम ...........
आज भी उनको ही जिंदगी समझ कर जी रहे है। - unhonne vakt samajhakar gujaar diya hamako,
.............aur ham ...............
aaj bhee unako hee jindagee samajh kar jee rahe hai.
- सुना है आज फिर उनकी आँखों में आंसू आ गए,
वो बच्चों को लिखना सिख रही थी "LOVE"....... - suna hai aaj phir unakee aankhon mein aansoo aa gae,
vo bachchon ko likhana sikh rahee thee "LOVE"..........
- थोङा ऐतबार करो मुझ पर।
फिर भी दोस्त हूँ कोई गैर नहीं ,
महोब्बत हुई है , कोई गुनाह नहीं। - thona aitabaar karo mujh par.
phir bhee dost hoon koee gair nahin ,
mahobbat huee hai , koee gunaah nahin.
- तेरे बाद हमने दिल का दरवाजा खोल ही नहीं।
वरना बहुत से चाँद आए इस घर को सजाने के लिए। - tere baad hamane dil ka daravaaja khol hee nahin.
varana bahut se chaand aae is ghar ko sajaane ke lie...
- कोई ठुकरा दे तो हँसकर जी लेना ,
क्योकि महोब्बत की दुनिया
........ में जबरदस्ती नहीं चलती। - koee thukara de to hansakar jee lena ,
kyoki mahobbat kee duniya
........ mein jabaradastee nahin chalatee.
- यूँ ही हंसी नहीं आई इस खामोश चेहरे पर ,
बहुत से जख्मो को पहले सीने में दफनाया है। - yoon hee hansee nahin aaee is khaamosh chehare par ,
bahut se jakhmo ko pahale seene mein daphanaaya hai.
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