Showing posts with label Motivational story's. Show all posts
Showing posts with label Motivational story's. Show all posts
ऐसे बढाए अपनी यादाश्त | Increase Brain Power
वैसे तो मानव पूरी उम्र कुछ ना कुछ सीखता रहता है | लेकिन बहुत बार ये देखने में आता है की हम लोग बहुत ही जल्दी बातो को भूल जाते है | या फिर हम बहुत ही लंबे समय तक याद नही रख पाते है | आज मै आपको कुछ ऐसी टिप्स बताने जा रहा हूँ जिससे आप बातो को बहुत अच्छे तरीके से याद कर सकेगे और उन्हें लंम्बे समय तक याद भी रख सकेगे |
2 सेब और एक छोटा बच्चा |
एक छोटा सा बच्चा अपने दोनों हाथो में 2 सेब लिए खड़ा था | तभी उसके पापा जी आये और बड़े प्यार से बोले की बेटा एक सेब मुझे दे दो |ये सुनते ही बच्चे एक एक सेब को अपने दांतों से कुतर दिया
भूख और स्वाद |
एक बड़े होटल में नवविवाहित जोड़े के स्वागत में खाने का कार्यक्रम चल रहा था | एक लंबी सी लाइन में विभिन्न प्रकार के खाने आइटम्स सजा रखे थे | एक व्यक्ति एक तरफ से खाने का स्वाद लाता हुआ आ रहा था | उसके स्टार्टिंग के 4-5 आइटम्स को बड़ी जल्दी - जल्दी खाया | लेकिन अब जैसे - जैसे आगे बढ़ रहा था तो हर आइटम में कोई ना कोई कमी निकलने लगा | ठीक ऐसे ही एक व्यक्ति दूसरी साइड से भी आ रहा था | दोनों बिच में आ कर मिल गए | और दोनों में बहस हो गई की मेरी साइड के आइटम ज्यादा अच्छे थे | दोनों में से कोई एक दुसरे की मानने को तयार नही था |
Most Powerful Motivational story
If you want learn something then
Watch this video
Play Now
प्रिय विजिटर अगर आपको Post अच्छी लगे तो Like करें। और Friends से share भी करें।
हिटलर का उदय
हिटलर के सत्ता में पहुंचने
का मार्ग राजनीति, अर्थव्यवस्था और समाज में गहराते संकट ने साफ कर दिया . हिटलर
का जन्म 1889 में हुआ था . उसकी युवावस्था बहुत ही गरीबी में गुजारी थी . उसके
आजीविका का कोई साधन नही था .हिटलर ने इसलिए प्रथम विश्वयुद्ध में सेना में भर्ती
के लिए नाम लिखवा दिया . भर्ती के बाद उसने अग्रिंम मोर्चे पर संदेशवाहक का काम किया
आपके दिल को छू जाएगी ये Lines
- जमाना कितना अजीब है नाकामयाब लोगो का मजाक उडाता है और कामयाब लोगो से जलता है !!
- ****************************************************************************
- काबिल लोग न तो किसी को दबाते और न ही किसी से दबते ...........
वो हमारी बेटी नही बेटा थी ?
मुराद कंदील बलूच , मुल्तान की ये बेटी बेहद ही गरीब घर में पैदा हुई थी . और वो झोपडी उसके हुस्न से रोशन हो गई थी . खली पेट और फटे पुराने कपड़ो के साथ जब वो बड़ी हुई तो उसके आप पास के मर्दों में उसको समझा दिया था की उसके पास कोई हुनर नही है, कोई तालीम नही तो क्या हुआ उसके पास हुस्न है .और अगर वो इस हुस्न को सही तरीके से इस्तेमाल करे तो वो इस घर को भूख से मिलो दूर ले जा सकती है .
खुश रहना क्यों है आपके लिए जरूरी
एक अच्छे व्यक्ति की सबसे पहली जिम्मेदारी है कि वो अपने आपको एक खुशमिजाज, क्रिएटिव, माहोल दे . मतलब अपनी सोच को इसके अनुसार बनाए . यह जीवन का सबसे जरूरी और पहला स्टेप है . हमे खुश रहे की कला सीखनी होगी . ख़ुशी से ही बदलाव की शुरुआत होती है . और आपकी प्रतिभाए बाहर आती है, विश्वास बढ़ता है, नजरिया बदलता है . यह एक आटोमेटिक प्रकिर्या है जिसके उपर आपका कोई कण्ट्रोल नही है . अगर आप मैक्सिमम टाइम खुश रहते है तो आपके विचार खुलते है, नए - नए idea's आपके दिमाग में आएगे . आप हमेशा कुछ नया करने के बारे में सोचेगे . और जब आप कुछ नया कर देते है तो आपको बहुत ज्यादा ख़ुशी अनुभव होगी .
खुश रहने का तरीका :-
ज्यादा क्रिएटिव क्यों होते है खुशमिजाज लोग ......
सफलता का रहस्य
एक नवजवान ने सुकरात जी से पूछा की गुरु जी सफलता का क्या रहस्य है .
सुकरात ने उस नवजवान लडके से कहा की कल सुबह तुम मुझे नदी के किनारे पर मिलना . वो दोनों नदी के किनारे पर मिलते है . और सुकरात जी उनको कहते है की चलो तुम मेरे साथ नदी के अंदर चलो . दोनों नदी में चले जाते है और चलते - चलते पानी गर्दन तक पहुच जाता है . और सुकरात जी उस नोजवान युवक की और देखते है
गुरु से ज्ञान हमेशा सिर झुका कर ले।
एक बार एक ब्राह्मण था। वो बहुत ज्ञानी भी था। उसको सभी शास्त्र कंठस्थ याद थे। लेकिन वो सत्य की खोज करना चाहता था। और वो ये भी जानता था की ये सब बिना गुरु के नही हो सकता। वो एक महात्मा के पास जाता है। और कहता है की मैं आप का शिष्य बनाना चाहता हूँ। लेकिन महात्मा उसको कहते है की तुम्हारे अंदर जितना ज्ञान है। तुम सारा लिख कर ले आओ। ताकि मैं तुम्हे वही सीखो जो तुम्हे नही आता।
जानें सच्चाई।
एक बार एक 22 साल का लड़का अपने पापा के साथ बस में सफर कर रहा था। और उस लड़के का व्यवहार सबसे अलग था। वो खिड़की से बाहर देखता और चिल्लाता की देखो पापा पेड़ दौड़ रहे है। और बादल अपने साथ साथ चल रहे है। वो लड़का बहुत ज्यादा चिल्ला रहा रहा था।
पास में बैठा एक आदमी उसके पापा से कहता है की आप इसका किसी अच्छे डॉक्टर से इलाज क्यों नहीं करवाते।
उस लड़के के पापा कहते है की मेरा बेटा बचपन से अँधा था इसने पहली बार इस दुनिया को देखा है l और हम अभी - अभी हॉस्पिटल से अपने घर जा रहे है।
ये सुनते ही वो आदमी अपनी सीट पर बैठ जाता है और उस लड़के की तरफ देखता रहता है।
Moral :- दोस्तों किसी के बारे में बिना कुछ जाने उसके बारे में कुछ बोलना एक बहुत ही गलत आदत है। अगर आप किसी के बारे कुछ बोल रहे है तो आप को पता होना चाहिए की आप क्या बोल रहे है और किस को बोल रहे है। कही ये बात आपको आने वाले समय में कोई परेशानी तो पैदा नहीं कर सकती।
प्रिय विजिटर अगर आपको Post अच्छी लगे तो Like करें। और Friends से share भी करें।
एक नौकर। (A servant.)
श्याम एक बहुत ही मेहनती और ईमानदार लड़का था। और वह एक सेठ के घर में नोकर था। एक दिन उसने काम से छुटटी की और पास में लगे एक सार्वजनिक फ़ोन की लगा था वहाँ पर गया। और एक फ़ोन लगाया। कोई फ़ोन उठता है।
श्याम :- हेलो, सर मैंने सुना है की आप को एक निकर की जरूरत है। और मैं मुझे भी काम की तलाश है। क्या आप मुझे अपने यह कोई काम दे सकते है।
फ़ोन वाला व्यक्ति :- बेटा मेरे यहाँ पहले ही नोकर है। और मुझे नोकर और नोकर की जरूरत नहीं है।
श्याम :- सर मैं अच्छा नोकर हूँ और जो नोकर आप के पहले यहाँ काम कर रहा मैं उससे कम पैसो में काम कर लूंगा।
फ़ोन वाला :- बेटा जो नोकर पहले यह पर काम कर रहा है। वो बहुत ही अच्छा है और हमे उससे कोई शिकायत नहीं है। और हम किसी और को नोकर रखना भी नहीं चाहते।
श्याम :- (थोड़ा और दबाव देते हुए ) सर मैं आप का काम पूरी ईमानदारी से करुगा। आपको किसी प्रकार की शिकायत का मौका नहीं दूंगा।
फ़ोन वाला :- कहा ना मुझे किसी और काम वाले की जरूरत नहीं है। और कह कर फ़ोन कट कर देता है।
और ये सारी बाते पास में बैठा दुकानदार सुन रहा था। फ़ोन कट करने के बाद दुकानदार कहता है की बेटा अगर तुम्हे काम की जरूरत है तो तुम मेरे यहाँ काम कर सकते हो।
श्याम :- सर जी उसके यहाँ नोकर कोई और नहीं मैं ही हूँ। और मैं ये देख रहा था की मेरे मालिक मेरे काम से संतुष्ट है या नहीं।
दोस्तों अगर आप अपने जीवन में सफल होना कहते है तो आपके लिए भी जरूरी है की अपने आप को समय - समय पर जांचते रहना की आप जो काम कर रहे क्या उसमें कोई कमी तो नहीं। और अगर आप को लगता है की आपके अंदर कोई कमी है तो उसको दूर करना बहुत ही जरूरी।
आप स्वयमूल्यांकन से अपनी जिंदगी के हर क्षेत्र में सफलता हासिल कर सकते है।
प्रिय विजिटर अगर आपको Post अच्छी लगे तो Like करें। और Friends से share भी करें।
सही दिशा।
पहलवान बोल की पीछे 100 रूपए में जा रहा था। टैक्सी वाला जनाब आप माता के की विपरीत दिशा में चल रहे है। पहलवान चुप चाप टैक्सी में बैठ जाता है। और 200 रूपए निकल कर दे देता है।
और ठीक ऐसा बहुत बार रियल लाइफ में भी होता है। की आप काम करते जा रहे है और आप को ये पता ही नहीं होता की मैं जो काम कर रहा हूँ उसका फायदा भी है या नहीं। और काम के पूरा होने के बाद हमे पता चलता की हम जो काम कर रहे है उसका फायदे की बजाय नुकसान भुगतना पड़ता है।
मेरा यह कहानी लिख कर आप तक पहुंचने का यही यही मकसद है। की आप अगर कोई भी काम कर रहे है तो आप को पहले इसके बारे में पता होना चाहिए। ताकि आप उसका पूरा लाभ उठा सके।
प्रिय विजिटर अगर आपको Post अच्छी लगे तो Like करें। और Friends से share भी करें।
Subscribe to:
Posts (Atom)