- आज धुन्ध बहुत है मेरे शहर में.....
अपने दिखते नहीं और जो .....
....दिखते है वो अपने नहीं। - aaj dhundh bahut hai mere shahar mein.....
apane dikhate nahin aur jo ....
...dikhate hai vo apane nahin।
- कहो तो थोड़ा वक्त भेज दूँ......
सुना है तुम्हारे फुसत नहीं अपनों से मिलने की।..... - kaho to thoda vakt bhej doon......
suna hai tumhaare phusat nahin apanon se milane kee.....
- हम कुछ ना कह सके इतने जज्बातो के बाद .....
यर हम तो अजनबी के अजनबी रह गए .....
.....इतनी मुलाकातों के बाद .......
ham kuchh na kah sake itane jajbaato ke baad....
yar ham to ajanabee ke ajanabee rah gae ....
....itanee mulaakaaton ke baad....
- जो लम्हा है उसे जी भर के जी लो यार
भरोसे के काबिल नहीं है ये जिंदगी।
jo lamha hai use jee bhar ke jee lo yaar .....
.....bharose ke kaabil nahin hai ye jindagee.....
- अपने प्यार की आजमाइस दे दे कर थक गया हूँ ....
ऐ खुद किस्मत के कुछ ऐसा लिख दे .....
जो मरने तक साथ दे। .... - apane pyaar kee aajamais de de kar thak gaya hoon ...
ai khud kismat ke kuchh aisa likh de .....
jo marane tak saath de.......
- खमोस बैठ जाए तो कहते है उदासी .....
...अच्छी नहीं लगती ......
और जरा सा मुस्करा देते है ....
तो मुस्कराने की वजह पूछ लेते है।
khamos baith jae to kahate hai udaasee .....
..achchhee nahin lagatee .....
....aur jara sa muskara dete hai ....
to muskaraane kee vajah poochh lete hai.
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