एक व्यक्ति गुब्बारे बेचता था। वो आस पास के गांव में गुब्बारे बेच कर ही अपना गुजारा करता था। और वह बच्चों के मन को लुभाने के लिए कई रंगो के गुब्बारे रखता था। वह जहां कही भी देखता की यहाँ बच्चों की भीड़ है वही पर वो एक गुब्बारा उड़ा देता। और बच्चे उस उड़ते गुब्बारे को देख गुब्बारे लेने आ जाते थे। लेकिन एक दिन एक छोटा सा बच्चा ये देख रहा था की ये गुब्बारे वाला कोई भी एक गुब्बारा उड़ा देता है। और उस को देख कर बच्चे गुब्बारे लेने आ जाते है। उस छोटे बच्चे ने देखा की अब की बार गुब्बारे वाले सफेद रंग का गुब्बारा उड़ाया। उसको देखते ही बच्चे उसके पास गुब्बारे लेने आ जाते है। और अब की बार वो छोटा बच्चा भी उसके पास आ जाता है। और वो बड़ी मासूमियत से गुब्बारे वाले से पूछता है की " अंकल जी, आप ने अभी वो सफेद गुब्बारा उड़ाया था क्या उसी की तरह वो काले वाला गुब्बारा भी उड़ सकता है। " गुब्बारे वाले अंकल ने हाँ में जवाब देते हुए उस छोटे से बच्चे को वो कला गुब्बारा भी उड़ाकर दिखाया। और गुब्बारे वाला उस छोटे बच्चे को समझता है की "बेटा किसी को भी ऊंचा उठने के लिए रंग की नहीं काबलियत की जरूरत होती है। " बच्चा ये सुन कर बड़ा ही खुश होता है। और वो आज एक बहुत ही अच्छी बात सिख गया है। उम्मीद करता हूँ की आप को भी कुछ सिखने को मिला होगा।
प्रिय विजिटर अगर आपको Post अच्छी लगे तो Like करें। और Friends से share भी करें।
No comments:
Post a Comment