मुख्य रूप से कंप्यूटर वायरस को दो निम्नलिखित भागो में बनता गया है।
Partition Table / Boot Sector Virus
File Viruses .
Partiton Table / Boot Sector Virus :-
बहुत से computer यूजर boot sector virus और Partition table virus को अलग - अलग बताते है। लेकिन दोनों ही फ्लॉपी डिस्क और Boot Sector को नुकसान पहुचते है। जैसे ही कंप्यूटर बूट होता है पूरा नियंत्रण Physical sector पर आप जाता है। और यह
virus boot Sector area में घुसकर उन्हें नुकसान पहुचते है। जैसे ही नियंत्रण Physical Sector पर आता है उसमे एक छोटा सा कोड होता है। जो की partition table में लोड होता है। यह पूरा नियंत्रण boot Sector को दे देता है। सभी हार्डडिस्क में partition table होती है। Virus Hard disk के बूट सेक्टर एरिया में घुस कर उसे खराब कर देता है। और हार्डडिस्क में जितनी भी फाइल्स है सभी को कर्रप्ट करना स्टार्ट कर देता है।
File Virus :-
यह वायरस बूट सेक्टर पार्टीशन टेबल को नुकसान नही पहुचते है, बल्कि यह exectubale फाइल्स को नुकसान पहुचते है। ये वायरस डाटा फाइल्स को नुकसान नही पहुचते है। जैसे की यदि command.com file में वायरस है और यूजर ऐसे यूज़ करता है तो virus.com नामक सभी फाइल्स को खराब कर देता है। जोकि उस हार्डडिस्क में होगी। बहुत से वायरस समय के अनुरूप काम करते है और कुछ डेट एंड टाइम के according काम करते है।
वायरस के लक्षण :-
वायरस के लक्षण :-
- System का बार बार Hang होना।
- RAM Memory का काम होना।
- Corrupted फाइल्स का साइज बढ़ना।
- सिस्टम का स्लो हो जाना।
- अजीब से मैसेज स्क्रीन पर आना।