- गुरु गोबिंद जी को पहले गोबिंद राय के नाम से जाना जाता था | और इनकी माता का नाम गुजरी था |
- गुरु गोबिंद जी केवल 9 वर्ष के थे जब वे दसवे सिक्ख गुरु बने | और उन्होंने अपने पिता जी के कदमो पर चलते हुए मुगल शासक ओरंगजेब से कश्मीरी हिन्दू की रक्षा की थी |
- उन्होंने बचपन में कई भाषाए सीख ली थी जैसे संस्कृत , हिंदी , उर्दू, ब्रज , बहुमुखी आदि के साथ में मार्शल आर्ट भी सीखा था जिससे वो एक अच्छे योद्धा बने |
- गुरु गोबिंद जी के 3 विवाह हुए थे | और उनकी तीनो पत्नियों के नाम माता जीतो, माता सुन्दरी,माता साहिब देवन थे |
- 19 वर्ष की आयु में गुरु गोबिंद जी ने भीम चंड, गर्वल रजा , फतेह खान आदि से सिवालिक पहाड़ के अनेक राजाओ से युद्ध किया था | हजारो सेनिको के मारे जाने के बाद गुरु गोबिंद जी विजयी रहे |
- बहादुर शाह पहले मुगल सम्राट थे जो गुरु गोबिंद जी के मित्र बने |
- लेकिन बाद में बहादुर शाह ने वजीर के बहकावे में आकर सिक्खों पर आक्रमण कर दिया था |
- गुरु गोबिंद जी को गुरु ग्रन्थ के नाम से शोभित किया गया है क्योकि उन्होंने उनके ग्रन्थ को पूरा किया था |
- और एक प्रकार से संघर्ष भरा जीवन जीते हुए गुरु गोबिंद जी ने 7 अक्टूबर 1708 को इस देश को छोड़ चले |
प्रिय विजिटर अगर आपको Post अच्छी लगे तो Like करें। और Friends से share भी करें।
No comments:
Post a Comment