ये बीमारी ज्यादातर सर्दियों में होती है | इसका मतलब होता है की शरीर का तापमान कम हो जाना | बजुर्गो और बच्चो के शरीर से गर्मी ज्यादा जल्दी बाहर निकल जाती है | और उनके शरीर के तापमान में जल्दी गिरावट आ जाती है | यदि सावधानियो का ध्यान ना रखा जाए तो हईपोथर्मिया के शिकार बन जाते है | लापरवाही से समस्या गंभीर भी हो जाती है |
लक्षण ------
- शरीर का ठंडा पड़ जाना |
- बेसुध हो जाना |
- Heart Beat और सांसो का धीमा पड़ जाना |
- घर से बाहर जाते समय उचित उनी कपड़े पहने |
- पतले कपड़े ना पहने |
- गर्म पेय पदार्थो का प्रयोग करे |
- सोते समय गर्म पानी से हाथ - पांव धो कर सोए |
- बिस्तर से उठ कर बार-बार बाहर ना जाए |
प्रिय विजिटर अगर आपको Post अच्छी लगे तो Like करें। और Friends से share भी करें।
No comments:
Post a Comment