हमारे शरीर के किसी भी अंग पर मोच आने पर वहां की कोशिकाए वृद्धि करना शुरू कर देती है . जिसे करण वहां से त्वचा में उभार आ जाता है जिसे हम अपनी भाषा में मोच कहते है . कोशिकाओ की आस्मिक वृद्धि को हाइपर प्लैसिया कहते है . कोशिकाओ की वृद्धि के साथ साथ इनके भीतरी अंगो में एक विशेष मात्र में रक्त स्त्राव भी होता है . ............
खरोच, फुन्सिया, या फोड़ो से आने वाली सुजन को मिथ्या - अबुर्द कहते है . और इनका इलाज ठंडे पैड या बर्फ को सूजे हुए स्थान पर रख क\र किया जाता . इसके अलावा फ्रैक्चर में आधार के लिए बैंडेज का भी प्रयोग किया जाता है . ..........