शायद हर आदमी ज्यादा से ज्यादा जीने की इच्छा रखता होगा और सुखी जीवन के साथ लेकिन इसके भी अपने कुछ नियम है। मै सभी तो नही जानता लेकिन जितना भी जानता हु मै चाहता हु की आप भी जाने।
ये बिलकुल आसान है और आप जानते भी है लेकिन आप अपनी जिंदगी के साथ जल्दबाजी कर जाते है जिससे आप अपनी जिंदगी या उम्र का बहुत ज्यादा समय खो बैठते है
मै आपको बताना चाहता हु की साइंस के अनुसार समान्य आदमी की उम्र ज्यादा से ज्यादा चार सौ साल है
लेकिन आज के समय में आदमी सौ वर्ष को भी पार नही कर पता जिसका सबसे बड़ा कारण आज का लाइफ स्टाइल और खाना है
क्योकि खाने में तो हम जंक फ़ूड , कूल ड्रिंक , पैकेट बंद खाना। जो हमारे शरीर के अंदर की कोशिकाओ को नष्ट करते है और आप जानते ही है हमारा शरीर कोशिकाओ से ही मिलकर बनता है जिससे शरीर जल्दी ही खत्म हो जाता है। और अगर आप अपने शरीर की कोशिकाओ को बचना चाहते है तो आप आज से ही ऐसे भोजन को खाना छोड़ दे जो आपके शरीर को नुकसान पहुचता हो हा अगर आप बंद नही कर सको तो जितना हो सके कम कर दे क्योकि बहुत से लोगो की तो जंक फ़ूड आदत बन चूका है और आदत को बदलना बहुत मुसकिल होता है तो ऐसे अच्छा यही होगा की पहले तो आप जंक फ़ूड खाना पहले तो कम करे और फिर धीरे - धीरे बंद कर दे
और इसके साथ आप पौष्टिक आहार लेना शुरू कर दे जैसे हर रोज एक बार फल खाना जैसे केला अच्छा भी है और ज्यादा महंगा भी नही है और अगर आप और भी अच्छे फल खा सकते है तो जरूर खाए और ज्यादा से ज्यादा खाए जिसका असर आप कुछ ही दिनों में देखे गे।
अगर आप का शरीर अच्छा है तो समान्य सी बात है की वो आपका साथ भी लम्बे समय तक देगा
अब बात आती है लाइफ स्टाइल की
मै अक्सर देखता हूँ की आज का आदमी मशीनो पर आधरित या अन्य चीजो पर जैसे बिजली पर मै आप से ही पूछना चाहता हु की अगर एक महीना लाइट ऑफ हो जाय तो आप क्या ऐसे ही काम करते रहे गए जैसे आप नॉर्मली हर रोज करते है आप एक बार इस पोस्ट को पढ़ने के बाद बैठ कर जरूर सोचे की आप पुरे दिन में कितने ऐसे उपकरणों का उपोयग करते है जो बिजली की सहयता से चलते है अगर वो सब बंद हो जाय तो क्या होगा शायद बुरा हाल होगा
और अब आप आज पचास या सौ साल पहले सोचे मेरा मतलब जब लाइट थी ही नही तो उस समय के लोगो का क्या हाल होगा अब आप सोचे गए की उनका तो बुरा हल नही होगा क्योकि उनको लाइट के साथ जीने की आदत नही होगी और मै आपकी बात मानु भी गा क्योकि यह बात सही भी है
तो अब आप यह भी सोच लीजिए की उस समय के लोग शरीर से स्वस्छ और स्ट्रांग व जीवन भी उनका थोड़ा सा आज की उपेक्षा लम्बा भी था।
तो आप भी एक महीने में एक दिन ऐसा जरूर निकले जिस दिन को आप अपने दम पर जीए और इन्ही शब्दों के साथ ये पोस्ट पढ़ने के लिए थैंक्स।
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