कमरा एकदम साफ ....
चदर अच्छी तरह से बिछी हुई .....
लेकिन उसके उपर एक पत्र पड़ा था
प्रिय पिता जी ,
में घर छोड़ कर जा रहा हूँ हो सके तो मुझे माफ़ करना मैं आपको बताना चाहता था की मैं दिव्या ( शर्मा अंकल की बेटी ) से प्यार करता हूँ ...
लेकिन दोनों परिवारों की दुश्मनी को देखते हुए मुझे लगा की आप सब हमारे रिश्ते के लिए तैयार नही होंगे मैं ये भी जानता हूँ की आप और मम्मी भी उसको पसंद नही करते क्योकि वो शराब पीती है | लेकिन आप ये नही जानते की शराब पिने वाले कभी झूठ नही बोलते
मैं सुबह जल्दी इसलिए निकल गया क्योकि मुझे उसकी जमानत करवानी थी वो कर रात दोस्तों के साथ नशे की हालत में पकड़ी गई और सबसे पहले उसने मुझे फ़ोन किया, क्या ये प्यार नही है ? वो आपको और मम्मी को गलियाँ देती रहती है उसको सास ससुर पसंद नही है इसलिए हमने अलग रहने का फैसला किया है
रही बात नौकरी की तो उसका इंतजाम भी दिव्या ने कर लिया उसने मुझे पॉकेट मारना ( चोरी करना ) सिखा दिया है आप चिंता ना करे हम अपनी लाइफ को सेट कर लेंगे बस आपका आशीर्वाद चाहिए
आपका प्यारा बेटा
सुमित
पेज के अंत में लिखा था की पेज की दूसरी साइड भी पढ़े ....
" चिंता ना करो सामने वालो के यहाँ मैच देख रहा हूँ | बस मैं तो ये बताना चाहता था की मेरे रिजल्ट से बुरा भी कुछ हो सकता है |
इसलिए थोड़े में संतोष करो .....
Table के Side में रिजल्ट रखा है Sign कर देना कॉलेज में जमा करवाना है ......
Boy's Always Rock .......
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