- ये शरीर की सबसे बड़ी ग्रन्थि होती है |
- इसमें एक बड़ी दाई पाली , एक छोटी बाई पाली होती है जिसे अनुसन्धिका कहते है |
- दाई पाली की और पिताश्य होता है , जो यकृत द्वारा स्त्रावित पित रस को संग्रहित करता है |
- पित रस में कोई और लवण नही होता लेकिन इसमें पित लवण तथा वर्णक होते है |
- यकृत में हिपैटिक कोशिकाओ के माध्यम में भक्षक कोशिकाए होती है जिन्हें कुफ्फर कोशिकाए कहते है |
- कुफ्फर कोशिकाए जीवाणु तथा बाहरी पदार्थ का भक्षण करती है |
कार्य
यकृत रक्त के स्कंदन , ग्लाइकोजन के निर्माण में , रक्त शर्करा के नियमन में, विटामिन A, के संश्लेष्ण तथा कुछ खनिजो के संग्रहण में सहायक है | यह वसा का भंजन कर कोलेस्ट्रोल उत्पन्न करता है |
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