True lines of DOSTI

 

एक सच छुपा होता है                                                                
जब कोई कहता है।
"मजाक था यार "

एक स्वेदना छिपी होती है।
जब कोई कहता है।
"मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। "

एक दर्द छुपा होता है।
जब कोई कहता है।
"इट्स ओके "

एक जरूरत छिपी होती है।
जब कोई कहता है।
"मुझे अकेला छोड़ दो "

एक गहरी बात छिपी होती है।
जब कोई कहता है।
" पता नहीं। "

एक समुद्र छिपा होता है।
बातो का ,
जब कोई खामोस रहता है। 

                                                                                       


Would hide the truth
When someone says.
"It was fun, man"

A Svedna is hidden.
When someone says.
"I does not matter."

Would hide the pain.
When someone says.
"its OK "

A need is hidden.
When someone says.
"Leave me alone "

One thing is hidden deep.
When someone says.
" Do not know. "

The sea is hidden.
Of things,
When someone keeps Khamos.





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दूध का जमना और फटना (Coagulate milk and ejaculation)




   दोस्तों दूध का जमना और फटना शायद देखने में एक जैसी बात लगती हो लेकिन आज को मैं बताना चाहता हूँ की ये दोनों बिलकुल अलग - अलग है।

जब दूध फटता है : -

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                               दूध फटता है तो उस में से पनि अलग हो जाता है और पनीर अलग हो जाता है। दूध को फाड़ने के लिए उसके अंदर कुछ खट्टा डाला जाता है। जैसे :- निम्बू का रस या कुछ और इस तरह का खट्टा पदार्थ।   
  

जब दूध जमता है :-

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    दूध जमता है तो उसकी दही बनती है। और दूध को जमाने के लिए उसके अंदर थोड़ी - सी मात्र में दही या थोड़ा सा टिंडी घी डाला जाता है।  ताकि दूध जम जाए ना की फ़टे।
अब आप दूध के जमने और फटने में फर्क जन चुके है। यह पोस्ट पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद। 
                                                          

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मक्खी छत पर उलटी कैसे चलती है। (How does fly down on the roof.)

 आप ने मक्खी को छत पर उल्टा चलते तो देखा ही होगा। लेकिन शायद आप को ये नहीं पता होगा की मक्खी छत पर उलटी कैसे चलती है। तो जानने के लिए इस पूरी पोस्ट को पढ़े।
प्रिय दोस्तों मैं आप को बताना चाहता हूँ की मक्खी के पैरो की बनावट बड़ी ही अजीब होती है।  मक्खी का शरीर तीन भागो में विभाजित होता है। सर , धड़ और पेट।  बिच  के हिस्से में 6  टाँगे होती है और मक्खी केवल अपने पिछले दो पैरो की सहयता से ही चलती है। और मक्खी के हर पैर के नीचे पांच हिस्से होते है जो एक विशेस प्रकार के लिक्वीड से भरे होते है। और यही  लिक्वीड छत से चिपकने में इनकी सहयता करता है।  जिससे ये छत पर आसानी से चल सकती है।    

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चमगादड़ रात में कैसे उड़ते है। (Bats flying at night is how.)


                                           आप ने कई बार रात के समय में चमगादड़ो को उड़ते देखा होगा लेकिन अँधेरे में उनको कैसे पता चलता है की किस दिशा में जाना है।
ये प्रश्न थोड़ा सोच में डालने वाला है। इस प्रश्न का हल जानने के लिए पढ़िए ये पोस्ट।
दोस्तों चमगादड़ रात के समय में भी आँखों का प्रयोग नहीं करते हा ये सच है की चमगादड़  रात में भी आँखों का प्रयोग नहीं करते है। अगर आप ने सुना हो तो चमगादड़ रात में बहुत तेज आवाज निकलते है।  वही आवाज इनको रास्ता दिखाती  है। ये बात शायद आप को हजम नहीं हुई।  लेकिन ये सच है। क्योकि जब चमगादड़ के द्वारा निकाली गई आवाज किसी वस्तु से टकरा कर वापिस आती है। तो वो उसी से पता लगते है की सामने कुछ है या नहीं और हमे किस दिशा में जाना चाहिए।      

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कुछ लोग सोते समय खराटे क्यों मरते है।


                                       आप ने कई ऐसे लोगों को देखा होगा जो रात में सोते समय बड़े - बड़े खर्राटे मारते  होगे लेकिन क्या आप को पता है की ऐसा क्यों होता है। अगर नहीं तो अब मैं आप को बता देता हूँ की ऐसा क्यों होता है।
कुछ लोग नाक से साँस लेने की बजाय मुंह से साँस लेते है।  जब वो लोग दिन में जागते समय मुंह से साँस लेते है तो उनके गले के पास वाली त्वचा खींची रहती है। लेकिन रात के समय सोते ही उनकी वो गले के पास वाली त्वचा ढ़ीली  हो जाती है।  और जब साँस अंदर बाहर आता जाता है। तो उस त्वचा कमंपन पैदा हो जाती है जो खर्राटे जैसी आवाज के साथ बाहर आती है।  शायद अब आप जान गए है की कुछ लोग रात को सोते समय खर्राटे क्यों मारते है।              



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हमे छिक क्यों आती है।


                                                                जब हमारी नाक मे कोई वस्तु अंदर चली जाती है। तो अमरी नाक की म्यूकस झिली में सन्नाटा सा आता है।  तो उसी वस्तु को बाहर निकलने के लिए हमे छिक आती है।  छिक आने पर आदमी का कोई कंट्रोल नहीं होता है। साइंस के अनुसार ये एक प्रतिवर्ती क्रिया  है। अर्थात जिसके ऊपर हमारा कोई नियत्रण नहीं है।  छींक आने पर आदमी एक प्रकार की ताजगी सी महसूस करता है।  और छींक आते वक्त कोई भी व्यक्ति अपनी आँखे खुली नहीं रख सकता है।  अगर आप जबरदस्ती करें गए तो आप के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।  आप ऐसा करने की कोशिश न करें तो आप के लिए अच्छा  होगा।        

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इंजीनियर और डॉक्टर

                                                                                                               एक इंजिनियर को जॉब नही मिली तो उसने एक क्लिनिक खोल लिया। और बाहर  बोर्ड लगा कर उस पर लिख दिया  की 300 रुपए में इलाज करवाए अगर इलाज नहीं हुआ तो 1000 रुपए वापिस। और ये सब एक डॉक्टर ने पढ़ लिया और डॉक्टर के मन में आया की पैसे कमाने का अच्छा मौका है। और डॉक्टर क्लिनिक के अंदर चला जाता है। और कहता है की मुझे किसी भी चीज के स्वाद का पता नहीं चलता।
इंजीनियर :- बॉक्स नंबर 11 से दवा निकालो और 2 बूँद पिलाओ
नर्स ने पिला दी।
डॉक्टर :- ये तो पेट्रोल है।
इंजीनियर :- मुबारक हो आप को स्वाद का पता चलने लग गया।
लाओ  300 रुपए !!!
कुछ दिन बाद डॉक्टर वापिस आया अपने पुराने पैसे वसूलने।
डॉक्टर :- सर मेरी यादाश्त कमजोर हो गई है।
इंजीनियर :- बॉक्स नंबर  11 से दवा निकालो और 2 बूँद पिलाओ
डॉक्टर :- लेकिन ये दवा तो टेस्ट वापस लाने के लिए है।
इंजीनियर :- मुबारक हो आपकी यादाश्त वापस आ गई।
  निकलो 300 रुपए !!!
कुछ दिनों बाद डॉक्टर फिर पूरे गुस्से वापस आया और बोला सर मुझे दिखाई नहीं देता।
इंजीनियर :- माफ़ करना सर इस की स्व मेरे पास नहीं है।
  ये लो आप के  1000 रुपए
डॉक्टर :- ये क्या ये तो 100 रुपए का नोट है।
   इंजीनियर :- मुबारक हो सर आपको दिखाई देने लग गया।
               निकलो 300 रुपए !!!
डॉक्टर ने तो आज तक भी अपने पैसे वापस लेने की नहीं सोची।
  सच में आप हँसते हुए बड़े अच्छे लगते है आप की स्माइल चहरे पर ऐसे ही बनी रहे। 

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अब एक ही ऐप में होगी 200 से अधिक सुविधाएं

                                       अब प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी जी की डिजिटल इंडिया को आगे बढ़ते हुए एक और अहम कदम उठाया जा रहा है। अब एक मास्टर ऐप लॉन्च करने की तयारी की जा रही है। जिसके अंदर लगभग 200 से अधिक सेवाओं का लाभ उठाया जा सकेगा। और इस ऐप का नाम होगा उमंग।

                                                   क्या है उमंग

उंमग का मतलब है यूनिफाइड मोबाइल एप्लिकेशन फॉर न्यू जनरेशन।
और ये सुविधाऐ उपलब्ध करवाई जाएगी
स्वास्थ्य बीमा ,पासपोर्ट सेवा , नैशनल स्कालरशिप , महिला सुरक्षा , इ-पोस्ट , नेटवर्क  सिस्टम  , तमाम बिलों का भुगतान , इ-कोर्ट ,  इ-किसान , जमीन के आंकड़े, पीएफ , इ-नगर निगम आदि
                                                                                     इस साल में इस ऐप पर  50 से अधिक सुविधाएं मुहैया करने की कोशिश की जा रही है। और आने वाली 3 सालो में 200 से अधिक सुविधाऐ उपलब्द करवाने की कोशिश की जाएगी।
और यह ऐप 13 भाषाओं में होगा। 
                                
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गंगा नदी का पानी क्यों नहीं सड़ता


                           गंगा नदी को पवित्र नदी मन जाता है क्योंकि साइंस के अनुसार इस नदी के अंदर विशेष प्रकार के बैक्टीरियास पाए जाते है। जो नार्मल वाटर के अंदर नहीं मिलते है।

इसका कारण ये है की गंगा नदी हिमालय में स्थित गंगोत्री से निकलती है।  वह से यह कुछ खास किस्म के गंधक , खनिज पदार्थ तथा पेड़ पौधों से विशेष किस्म के रसायनों  को अपने साथ ले आती है और इसी कारण इसका पानी जल्दी खराब नहीं होता। और हमारे भारत में गंगाजल को पवित्र जल मन जाता है। जिस कारण  इस जल को और बहुत से कामो में इसका प्रयोग किया जाता है।   

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सावधान ! सेल्फी हो सकती है जानलेवा साबित

                                                                                                                                                           हाँ दोस्तों , ये बात मैं भी मानता हूँ कि ये बात बड़ी अजीब सी लगती है। लेकिन मैं आप को बताना चाहता हूँ की आज ही मैंने एक न्यूज़ चैनल पर देखा था की एक पठानकोट का लड़का जिसने अभी तक  10th भी पास नहीं की थी और वो अपने घर पर रिवॉल्वर के साथ सेल्फी ले रहा था और कहि उसके हाथ से रिवाल्वर चल गई और गोली उसके सर में जा लगी जिससे वो आज जिंदगी और मौत के बिच की लड़ाई लड़ रहा है। आप को  ये बात हर रोज की कहानी की तरह लगे गी। क्योकि ये बाते अब टीवी पर आम हो गई है। लेकिन उसके परिवार के सदस्यों का हल देख कर रहा नहीं गया मैंने सोचा की मेरा काम केवल आप को अलर्ट करना शायद अगर उस के परिवार वालो को पहले जरा सा भी सोच लिया होता तो हो सकता की वो इस दुर्घटना से बच जाते।
मेरी आप से विनती है की आप अपने आप के लिए नहीं  बल्कि उन लोगो के लिए थोड़ा सभल कर काम कीजिए जो आप के बिना अधूरे है। , जो आप के बिना नहीं रह सकते। , जो लोग आप से बहुत प्यार करते है। , जो केवल आप को देख कर जीवन जी रहे है।   उनके लिए अपनी जिंदगी को संभाल  कर रखना।
जिंदगी बड़ी अनमोल है दोस्तो ये बार बार नहीं मिलती मैं ये नहीं कहता की आप कुछ करना ही छोड़ दे। नहीं , मैं तो ये कहता हूँ की  आप लाइफ में हर काम करें लेकिन कुछ नियमों व बड़ो की बातो को ध्यान में रखते हुए। जिससे आप का भी काम बन जाए और दूसरों को भी अच्छा लगे। फिर देखना जिंदगी में मजा ही मजा है। चारो तरफ खुशियाँ  ही खुशियाँ है।
उम्मीद करता हूँ कि आपको ये पोस्ट अच्छी लगी होगी तो लाइक जरूर करें ताकि मैं आप के लिए ऐसे ही लिखता रहु। और कमेंट बॉक्स में अपना सुझाव अवश्य  दे।  

गैस चलते समय सिलेंडर आग क्यों नहीं पकड़ता

                                                                                              ये बात मेरे मन में कई बार आई लेकिन इसका मेरे पास कोई जवाब नहीं होता था लेकिन मैंने एक किताब में पढ़ा की आखिर ऐसा कैसे होता है। फिर मैंने सोचा चलो आप को बता ही देता हूँ की आखिर ये कैसे होता है।
प्रिय दोस्तों बात ऐसे है की जब आप दाहक (स्टोव बर्नर ) को जलते है तो उस समय जो गैस वहां पर जलती है वो गैस , गैस वाली पाइप  से निकलते ही वायु के साथ मिल जाती है और जो गैस पाइप से पीछे या सिलेंडर में है वो केवल गैस होती है उसके अंदर वायु बिलकुल भी नहीं होती है। और मेरे ख्याल से आप को बात तो पता  ही होगी की कोई भी वस्तु बिना ऑक्सीजन के नहीं जलती सकती ये बात शायद  8th क्लास में आ जाती है और आप को भी पता होगा। और आप ये तो हमेशा देखते ही है की सिलेंडर में गैस बड़ी अच्छी तरह पैक होती है। और ऊपर रेगुलेटर भी बहुत ही सावधानी पूर्वक तरीके  से बनाया जाता है ताकि कहि से भी गैस हवा के साथ न मिल जाए या हमारी भाषा में कहि से लिक न हो जाए  और अगर वो लिक हो जाती है है तो शायद कई बार तो परिणाम बहुत ही खतरनाक होता है। मैं भगवान से दुवा करता हूँ की आप इस प्रकार की घटना से बचे और मेरी आप से भी विनती है की अपने घर पर रेगुलेटर और रेगुलेटर वाली पाइप जो गैस को सिलेंडर से चूल्हे तक पहुंचती है आप उसे समय - समय पर चेैक करते रहे। 
क्योकि बचाव ही सबसे बड़ा इलाज होता है।
आप जो सावधानिया दुर्घटना के बाद करते अगर पहले ही उन सवधनियो का आधा  भी ध्यान में रख ले तो आप के साथ कभी दुर्घटना होगी ही नहीं
क्या आप मेरी बात से सहमत है।  अगर हा है तो लाइक करें नहीं तो कमेंट बॉक्स में अपनी राय अवश्य दे। 

कोल्ड ड्रिंक्स और गर्मी (Cold drinks and summer)

                                                                                                        दोस्तो आप ने ये तो देख ही लिया होगा कि अब तो गर्मियो कि शुरुआत भी नही हुई और अभी से कोका कोला , पेप्सी , माज़ा , मरिंडा आदि बड़े ही जोरो से बिक रही है।  और ये बात भी सभी जानते है की ये हमारी सेहत के लिए कितनी खतरनाक है लेकिन फिर भी लोग यही पीते है अगर आप को ये पता है की लोग ऐसा क्यों करते है तो मुझे जरूर बताना  
मैं आप को एक और बात बता  देना चाहता हूँ की अगर आप अभी जवानी में है और आप ये सोच रहे है की आप को ये सभी पिने से कोइ फर्क नहीं पड़ता तो आप सावधन हो जाए अपने आने वाले भविष्य से क्योकि इस उम्र में तो आप के शरीर में  हर चीज आसानी से पच सकती है लेकिन जैसे जैसे आप की उम्र बढ़ती जाएगी तो आप बहुत ही कम उम्र के कुछ न करने लायक बन जाओगे क्योकि अगर आप अभी अपने शरीर का साथ नहीं दो गे तो आने वाले समय में ये शरीर भी आप का साथ नहीं दे गा। तो मेरी आप से ये राय है की हो सके तो आप कोल्ड ड्रिंक्स पिन ही छोड़ दे या बिकुल कम से कम पीए। 

जरूरी है सुबह भोजन करना

                   आज कल भाग दौड़ भरी जिंदगी में आदमी अपने शरीर की जरूरतों को नजर अंदाज करता दिखाई देता है। जिनमे से एक है सुबह का भोजन
जी हा ये बात आपने भी बहुत सी जगहों पर देखी होगा की लेडीज या टीन उम्र के लोग  सुबह - सुबह बिना कुछ खाए पिए अपने काम की शुरुआत कर देते है। जो बहुत ही गलत साबित हो सकता है। आप को पता भी होगा की सुबह के भोजन को इंग्लिश में ब्रेकफास्ट बोलते है जिसके अर्थ का आप अंदाजा भी लगा सकते है।                                                                                                                                                                              ब्रेक का मतलब होता है तोडना और फ़ास्ट का मतलब होता है उपवास  क्योकि लगातार   8 -10 घंटे से हमारा पेट खाली होता है। और सुबह उठ कर हमे सुबह काम करने के लिए ऊर्जा की जरूरत जो हमे केवल और केवल सुबह भोजन करने से ही  मिल सकती है। लेकिन बहुत सी लेडीज सुबह बिना खाना खाए अपने काम के लिए निकल जाती है जिससे वो शायद काम तो कर लेती है लेकिन उनका शरीर कमजोर हो जाता है।  और कुछ समय बाद बहुत सी समस्याए शुरू हो जाती है जैसे चक़्कर आना , जल्दी तक जाना , भूख कम लगना आदि और ठीक ऐसा ही नवजवानों के साथ होता है जो सुबह ठीक से भोजन नहीं करते तो आप सुबह भोजन न करने के नुकसान जान चुके है।
और सब बातो का पता होते हुए भी गलती करना सबसे बड़ी गलती होती है। जो कभी न कभी आपके लिए गलत साबित हो सकती है।  आप से उम्मीद करता हूँ की आप सुबह उठ कर जितना हो खाना जरूर खाएगे। 

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जरूरी है सोने से पहले अपने पैरों के लिए ये काम करना

                 प्रिय दोस्तों हम पूरा दिन चलते फिरते है। लेकिन क्या आप ने कभी कुछ किया उन पैरो के लिए जो पूरा दिन आपका वजन सहते है। अगर नहीं तो ये बिलकुल नाइन्साफी होगी आपके पैरों के साथ   आपको ठीक सोने से पहले अपने पैरो को अच्छी तरह धोना चाहिए और फिर उनके ऊपर सरसो के तेल से कम से कम 12-15 अच्छी तरह मालिश करनी चाहिए जिससे वो दोबारा फिर वही  ऊर्जा प्राप्त कर ले जहा से उनकी थकान शुरू हुई थी। ये पोस्ट पढ़ने के लिए आप का धन्यवाद

बर्फ का पानी या ज्यादा ठंडा पानी पिने से पहले एक बार ये जरूर पढ़ ले

                        आज कल के मौसम में सभी को ठंडा या बर्फ का पानी ही अच्छा लगता है।  लेकिन यह पानी आपके शरीर के लिए शायद नुकसानदायक हो सकता है।
आपके शरीर के अनुसार तो  20 - 22 डिग्री तापमान वाला पानी ही पीना चाहिए। इससे ज्यादा ठंडा या गरम दोनों तरह का पानी कहि न कहि आपकी सेहत को प्रभावित करता ही है। और आप जितना ज्यादा ठंडा या गर्म पानी पिएगें यह उतना  ही आपकी सेहत को प्रभावित करें गा। बहुत ही कम लोगो को यह जानकारी होती है की आप जितना ज्यादा ठंडा पानी पिएगें वह उतनी ही कठिनाई  से पचे गा और उतने ही समय बाद पचेगा। जो शायद आपके शरीर के लिए अच्छा नहीं होगा।
ज्यादा ठंडा या बर्फ का पानी पीने के कारण निम्नलिखित प्रकार की समस्या हो सकती है। 
1.   आंत व बवासीर की समस्या :-  ये तो आप जानते ही होंगे कि ज्यादा ठंड से चीजे जम जाती है ठीक उसी प्रकार ठंडा पानी भी हमारे मल को जमा देता है जिससे हमारी आंतो को नुकसान हो सकता है। 
2.      इम्यून सिस्टम पर असर :- ज्यादा लम्बे समय तक ठंडा पानी पीने से हमारी रोग प्रतिरोग शक्ति कम हो जाती है। जिससे हमे लगातार जुखाम , नाक बहने आदि जैसी समस्याए बनी रहती है। 
3.   ऊर्जा की बेकार में खपत  :-  हमारे शरीर की बहुत सी ऊर्जा तो पानी के तापमान को समान्य करने में खर्च हो जाती है।

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